गर्भिणी

वो तिल तिल, तन मन से हार दौङती, गर्भिणी! चिंतातुर सी, बढता उदर लिये! झेलती चुभते शूल भरे अपनों के ताने, भोर प्रथम पहर उठती ढेरों फिकर लिये!! एक बच्चा हाथ संभाले,एक कांख दबाये कुदकती यूं अपनो की चिंता को लिये! तरा उपर तीसरे पर रखती पूरी आंख, जो चिंघता पीछे साङी का पल्लू लिये! … Read more

खुशियों भरा जमाना

आजकल के भागते युग में अक्सर लोग वक्त के ठहराव को ढूंढते है। क्यूंकि उसे तहे दिल से जब तक महसूस नही कर लेते वह लम्हा जिया हुआ नही लगता। सही भी है क्योंकि एक-एक धागा सीकर ही कारीगरी का हुनर साधा जा सकता है, या बैठ कर उन अच्छे बुरे वक्त को दिल में … Read more

काहे को ब्याहे महतारी ?

सौंधी माटी की खुश्बू को यूं चाक चाक ढल जाने दो, छोटी सी कच्ची है गगरिया, तन को तो पक जाने दो। मधु स्मृतियों के बीच पनपते बचपन को खिल जाने दो, काहे को ब्याहे महतारी ? मुझे, थोङा तो पढलिख जाने दो…. नादानी के खेल चढी है, बल बुद्दि की बेल नही बढी है, … Read more

भूख का इतिहास – भूगोल … !!

क्या पता जब न्यूज चैनल नहीं थे तब हमारे सेलिब्रिटीज जेल जाते थे या नहीं… लेकिन हाल – फिलहाल उनसे जुड़ी तमाम अपडेट सूचनाएं लगातार मिलती रहती है। जब भी कोई सेलेब्रिटीज जेल जाता है तो मेरी निगाह उस पहले समाचार पर टिक जाती है जिसमें बताया जाता है कि फलां अब कैदी नंबर इतना … Read more

जीवन में सुख-दुःख का साथी दोस्त

सच्चाई तो यही है कि सच्चा दोस्त तो वही है जो उस समय हमारे साथ खड़ा रहता है जब सारी दुनियाँ यहाँ तक हमारे स्वजन भी हमारा साथ छोड़ देते हैं | सच्चा दोस्त वही है जो हमारे अंदर की अच्छाइयों को उभारने मे हमारी मदद करे। सच्चा मित्र हमारी परेशानियों और तकलीफों को अपना … Read more

“कठपुतली वाला”

शनिवार का दिन था स्कूल में बड़ी चहल-पहल थी , बच्चों के चेहरों पर खुशी थी ,सभी बड़ी उत्सुकता के साथ कठपुतली वाले का इंतज़ार कर रहे थे। ठीक 12 बजे खेल शुरू हो गया जो एक घंटे चला जिसके बीच बच्चों को खाने पीने का सामान भी दिया गया ।1.30 बजे स्कूल की छुट्टी … Read more

पर्यावरण में महिलाओं की भूमिका

सर्वप्रथम हम अपनी संस्कृति पर दृष्टिपात करें और सामाजिक प्रथाओं और रीति-रिवाजों को देखें तो यह पता चलता है कि प्राचीन काल से ही महिलाएँ पर्यावरण-संरक्षण के प्रति जागरुक रही हैं, जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज भी महिलाओं द्वारा व्रत-त्यौहार के अवसर पर या यूँ ही प्रतिदिन के क्रियाकलापों एवं पूजा-अर्चना में अनेक वृक्षों यथा-पीपल, तुलसी, … Read more

राजस्थान में फिर से बनेगी कांग्रेस की सरकार

शैलेजा बंसल क्राइम रिपोटर जयपुर।अशोक गहलोत को राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय कर राहुल गांधी ने सचिन पायलट के लिए राजस्थान का सीएम बनने का रास्ता साफ कर दिया है? आज तक के इस सवाल का सटीक और सदे अंदाज में पायलट ने जवाब दिया। इसमें कांग्रेस की ओर से राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष … Read more

साम्प्रदायिकता

मैंने बोला मुल्लाजी को कट्टरता तुमने फैलाई है मुल्लाजी बोले भैया RSS आपके घर से आई है मैंने बोला मुल्लाजी तुम लोग कट्टरता फैलाते हो मुल्लाजी बोले भैया आप भगवा क्यूँ लहराते हो मैंने बोला मुल्ला जी हम हिन्दू है दिखलाते है वो बोले भैया जी हम इस्लाम सिखलाते है मैंने बोला इस आपसी बैर … Read more

पर मर्यादा में काम करें

है राम जगत के प्रतिपालक , इस भरत भूमि के संचालक । जो जन-जन के आराध्यदेव , उनका मंदिर निर्माण करें । पर मर्यादा में काम करें ।। तोड़ें हठ की दीवारों को , त्यागे भीतर के खारों को । जब प्रश्न आस्थाओं का है , तो प्रश्नों का सम्मान करें । पर मर्यादा में … Read more

माफी के मजे… !!

तारकेश कुमार ओझा क्या पता महाभारत काल में धृतराष्ट्र पुत्र दुर्योधन को अंधे का पुत्र अंधा… जैसा संबोधन कहने के बाद उत्पन्न कटुता को दूर करने के लिए द्रौपदी के पास सॉरी कहने का कोई विकल्प था या नहीं या भीषण युद्ध छिड़ने के बाद रावण के पास आइ एम… एक्सट्रीमली सॉरी…. कहने का कोई … Read more

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