अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग सात अजमेर के पत्रकारों व साहित्यकारों की कथा इस यात्रा में कोई कमी न रह जाए, लिहाजा मैने अपने पत्रकार मित्र श्री अमित टंडन से, जो कि उम्दा दर्जे के गजलकार होने के साथ-साथ टीवी एंकर भी हैं, से दैनिक भास्कर में मेरे और उनके साथ काम कर चुके कुछ साथियों के बारे में … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग छह श्री रास बिहारी गौड़ हास्य-व्यंग्य लिखने वाले किसी साहित्यकार की जीवन शैली भी हास्य और व्यंग्य से लबरेज हो, ऐसा इत्तेफाक कम ही मिलेगा। बात-बात में, हर बात में से झटपट हास्य-विनोद तलाश कर परोसना नि:संदेह विलक्षण क्षमता का द्योतक है। ऐसा अद्भुत, सजीव हास्य-पुंज, मस्तमौला हमारे अजमेर में उन्मुक्त ठहाके लगाता, लगवाता … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग पांच श्री सतीश शर्मा मुझे पत्रकारिता में पहला कदम सन् 1979 में लाडनूं ललकार पाक्षिक समाचार पत्र के संपादक स्वर्गीय श्री राजेन्द्र जैन ने रखवाया। तब मैं नागौर में था। उन्होंने मुझे सहायक संपादक बनाया। उसके बाद मैने दैनिक अणिमा, दैनिक अरानाद व आधुनिक राजस्थान के लिए बतौर रिपोर्टर काम किया। नागौर से माइग्रेट … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग चार स्वर्गीय श्री राजेन्द्र हाड़ा स्वर्गीय श्री राजेन्द्र हाड़ा पेशे से मूलत: वकील थे, मगर पत्रकारिता में भी उनको महारत हासिल थी। लंबे समय तक दैनिक नवज्योति में कोर्ट की रिपोर्टिंग की। बाद में दैनिक भास्कर से जुड़े, जहां उनके भीतर का पत्रकार व लेखक पूरी तरह से पुष्पित-पल्लवित हुआ। रूटीन की खबरों से … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग तीन मित्रों, अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाओं के विषय पर जब लिखने का मन हुआ तो मुझे अंदाजा नहीं था कि यह गले पड़ जाएगा। कहते हैं न कि गए थे नमाज पढऩे और रोजे गले पड़ गए। वैसी ही हालत हुई है मेरी। असल में जिन पत्रकारों व साहित्यकारों को गहरे से … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग दो ताजिंदगी दैनिक नवज्योति से जुड़े रहे श्री नरेन्द्र चौहान लाजवाब इंसान तो हैं ही, खबरनसीस भी अपनी किस्म के इकलौते हैं। चंद लफ्जों में उनका इजहार करने के लिए इतना कहना ही काफी होगा- ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर। यह उनके मिजाज में तो है ही, लफ्जों की बाजीगरी में … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग एक राजस्थान में अजमेर पत्रकारिता की पाठशाला रही है। आज राज्य में पत्रकारिता का जो कल्चर है, उसमें अजमेर की अहम भूमिका है। बेशक राष्ट्रदूत व राजस्थान पत्रिका का भी योगदान रहा है, मगर अजमेर में स्थापित दैनिक नवज्योति के मुख्यालय व दैनिक न्याय ने ऐसे कई पत्रकारों को जन्म दिया है, जो आज … Read more

चंद्रयान : कौन कहा रहा है कि मोदी फेल हो गए?

चंद्रयान 2 से संपर्क टूटने के बाद इसरो प्रमुख सीवन की पीठ पर हाथ रख कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कहना कि विज्ञान में कभी असफलतायें नहीं होती, विज्ञान में सिर्फ प्रयोग और प्रयास किये जाते हैं, बिलकुल सही है। ऐसा करके उन्होंने न केवल इसरो के वैज्ञानिकों को निराश न होने की सीख … Read more

क्या संघ प्रमुख मोहन भागवत दरगाह जियारत करेंगे?

हाल ही देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से मुलाकात हुई। बताया जाता है कि इस दौरान दोनों के बीच हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने और भीड़ द्वारा हत्या की घटनाओं (मॉब लिंचिंग) सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई। जानकारी के … Read more

धारा 370 का विरोध पाक परस्ती कैसे हो गया?

कश्मीर हमारा आतंरिक मामला तो पाक व यूएन से काहे का डर? जो काम पिछले सत्तर साल में कोई सरकार नहीं कर पाई, वह भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद कर दिखाया। जी, बात जम्मू-कश्मीर में धारा 370 व 35 ए को हटाने की है। यह भाजपा का जन्मजात चुनावी मुद्दा था। जाहिर … Read more

कांग्रेस : ऐतराज के वावजूद परिवारवाद की अनिवार्यता

लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से पराजित होने के बाद नैतिकता के आधार पर राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोडऩे के पश्चात काफी दिन बाद भी नया पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं बनने से कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता चिंतित हैं। यह स्वाभाविक भी है, क्यों कि इस मसले के साथ उनका राजनीतिक भविष्य जुड़ा हुआ है। … Read more

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