अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग सत्रह स्वर्गीय श्री नवलराय बच्चानी सिंधी भाषा व साहित्य की सुरक्षा व विकास के लिए अजमेर के पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री नवलराय बच्चानी ताजिंदगी काम किया। नब्बे से भी अधिक उम्र तक उन्होंने सिंधी भाषी बच्चों को सिंधी लिपी की शिक्षा देने के लिए विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से कक्षाएं आयोजित कीं। वे सन् … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग सोलह श्री एस. पी. मित्तल अजमेर की पत्रकारिता में श्री एस. पी. मित्तल किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। यदि यह कहा जाए कि वे एक ब्रांड हो गए हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस शख्स में गजब की ऊर्जा है। संघर्ष के मुकाबले कभी न थकने वाले इस इंसान ने पत्रकारिता में … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग पंद्रह श्री सुरेश कासलीवाल ग्रामीण पृष्ठभूमि के वरिष्ठ पत्रकार श्री सुरेश कासलीवाल ने जब पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश किया तो उन्होंने यह कल्पना भी नहीं की होगी कि यही उनका केरियर हो जाएगा। असल में वे निकटवर्ती मांगलियावास गांव के सरपंच थे। सन् 1989 में पहली बार उपसरपंच चुने गए। उसके बाद सन् … Read more

क्या मोदी ट्रंप का चुनाव प्रचार करने ह्यूस्टन गए?

-तेजवानी गिरधर- अमेरिका के ह्यूस्टन में पचास हजार भारतीयों के बड़े व ऐतिहासिक जलसे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी को भले ही मोटे तौर पर दोनों देशों के संबंध मजबूत होने के रूप में देखा गया हो, मगर मोदी के, अगली बार ट्रंप सरकार, के नारे ने यह … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग चौदह श्री आर. डी. कुवेरा श्री आर. डी. कुवेरा अजमेर के वरिष्ठतम पत्रकार हैं। उनका जन्म 19 सितम्बर 1933 को किशनगढ़ में स्वगीय श्री रतनलाल कुवेरा के घर हुआ। सन् 1974 में उन्होंने साप्ताहिक लगन एक्सप्रेस व जिला कांग्रेस कमेटी के मुखपत्र कांग्रेस समाचार का संपादन किया। सन् 1975 से 81 तक दैनिक नवज्योति … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग तेरह डॉ श्रीमती शकुंतला तंवर पत्रकारिता पर तो अक्सर साहित्य से छेड़छाड़ और भाषा को बिगाड़ने के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि पत्रकारिता ने हमेशा उस भाषा शैली का इस्तेमाल करने का प्रयास किया है, जिसे आम आदमी आसानी से समझ सके। इस बात से इनकार नहीं है कि यदा कदा कुछ अखबारों ने … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग बारह श्री हरीश वर्यानी सिंधी भाषा के दैनिक समाचार पत्र हिंदू के अजमेर संस्करण के सम्पादक श्री हरीश वर्यानी अजमेर के पत्रकार जगत व देश के सिंधी साहित्य जगत में जाना पहचाना नाम है। सिंधी भाषा पर उनकी अच्छी पकड़ है। एक ओर जहां अरबी लिपि के जानकारों की संख्या लगातार कम होती जा … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग ग्यारह अजमेर की पत्रकार बिरादरी में कुछ नाम ऐसे भी रहे, जिन्हें फील्ड पर कभी नहीं देखा गया, या यूं कहें कि एडिटिंग डेस्क व पेज डिजाइनिंग से शुरुआत की और अंत तक उसी वर्क प्रोफाइल में रह कर एक इतिहास हो गए। उनमें से दो ऐसे हैं, जिनसे वर्षों का साथ रहा, मगर … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग दस अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाओं के बारे में जारी इस सीरीज में मेरे पत्रकार मित्र श्री अमित टंडन ने भी हाथ बंटाया है। मुझे उन्होंने ही ध्यान दिलाया कि हमारे पत्रकार साथी श्री अमित वाजपेयी व श्री क्षितिज गौड़ की विकास यात्रा से भी सुधि पाठकों को अवगत कराया जाए। मेरे आग्रह … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग नौ जनाब मुजफ्फर अली साठ के दशक में दिल्ली से अजमेर विस्थापित सैयद परिवार में जन्मे जनाब मुज$फफर अली अपने माता-पिता की अकेली संतान हैं। पिता का जरी का काम था, लेकिन उन्होंने परंपरागत काम करने की जगह पत्रकारिता को अपनाया। पत्रकारिता की शुरुआत 1994 में दैनिक नवज्योति के रविवारीय रंगीन पेज पर फीचर … Read more

अजमेर के पत्रकारों-साहित्यकारों की लेखन विधाएं

भाग आठ श्री अमित टंडन दैनिक भास्कर ने जल्दी ही पत्रकारिता की स्थानीय ज़मीन पर अपनी जड़ें जमा लीं थीं और नई पौध के युवा लेखकों ने उस दौर का पूरा उपयोग कर खुद को साबित किया। अजमेर में नए दौर की पत्रकारिता में 21वीं सदी के शुरुआत में जो नाम तेजी से बढ़ा था, … Read more

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