दषहरा व ईद मिलन
दषहरा आने के कुछ सप्ताह पहले ही चाचा की दुकान पर एक से एक आकर्षक सिले हुए षर्ट, फ्रांक,पेंट,टी षर्ट बच्चों का मन लुभाने लगते थे।तरह-तरह की चौकडियॉ लाईनिंग बच्चों के मन को खुब लुभाती थी । दादा रामनारायण उपाध्याय भी उनको देखकर कल्पना करते थे- ये मिन्टू पहनेगा तो कितना अच्छा लगेगा ये फ्र्राक … Read more