कुछ दूर तुम भी साथ चलो ….

नहीं आसान सफ़र, कुछ दूर तुम भी साथ चलो बड़ा मायूस शहर ,कुछ दूर तुम भी साथ चलो जानता हूँ , नहीं हम साथ उम्र भर के लिए … फिर भी चाहता हूँ मगर ,कुछ दूर तुम भी साथ चलो वो वादियाँ,वो नज़ारे की हम मिले थे जहां भुलाऊ कैसे मैं वो शोख नज़र , … Read more

परी …( ममतामयी माँ )

एक  परी आएगी जो तुझे सुलाएगी लेगी आँचल में वो अपने तुझे पलकों के पालने में          झुलाएगी || झूठ मूठ करना आँखे बंद और करवटे बदलना वो थपकी देगी तुम सोने का नाटक करना जब वो कान्हा करके बुलाए तो .. जा  कर छिप जाना वो घर भर में शोर मचाएगी उसके सामने आते ही तुम … Read more

नवीन सोच के धनी : कु.सी. सुदर्शन

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांचवें सरसंघचालक कु.सी. सुदर्शन मूलतः तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा पर बसे कुप्पहल्ली (मैसूर) ग्राम के निवासी थे। कन्नड़ परम्परा में सबसे पहले गांव, फिर पिता और फिर अपना नाम बोलते हैं। उनके पिता श्री सीतारामैया वन-विभाग की नौकरी के कारण अधिकांश समय मध्यप्रदेश में ही रहे और वहीं रायपुर (वर्तमान … Read more

अपने क्रोध को पालना सीख!

आज प्रधानमंत्री जी को दिल से धन्यवाद करने का मन कर रहा है। अपने ब्रह्मास्त्र से सबको चित्त कर दिया। मैंने पुराने समय में कई राजाओं के किस्से सुने हैं कि कोई राजा कितना दानवीर, प्रजावत्सल होता था और वह दिन प्रतिदिन जनता की भलाई में लगा रहता था कि प्रजा को मौका ही नहीं … Read more

ये संसार है …………..

ये संसार है ……………………. बहुत सारे रंगो और रहस्यो से भरा हुआ बड़ी अस्थिरता और अनिश्चिता से भरा हुआ ………… यहा बहुत कठिन है ये निर्णय लेना की कोन अपना है और कोन नहीं क्योकि हर कोई अपना होने का दावा करता है हर कोई चहरे पर चहरा (mask behind the mask) पहने रहता है … Read more

मेरी इस धरा से तुम हरो, इन नेताओं की बेईमानी

अन्ना के आन्दोलन पर, सारी संसद चिल्लाई | सभी पार्टिया एक हुई , और अन्ना की खोदी खाई | तुम भी खाओ हम भी खाए , हम सारे हैं भाई-भाई | भ्रष्टाचार के आन्दोलन से , देखो संसद का अपमान हुआ | संसद में जूतम पैजार से , क्या इस संस्था का सम्मान हुआ | … Read more

दमनात्मक रवैया आपातकाल और प्रेस सेंसरशिप का सूचक ?

भारत एक लोकतान्त्रिक देश है… १९४७ में मिली आजादी के पश्चात हम ने अपने जिस संविधान को अंगीकार किया उस के द्वारा प्रदत मूल अधिकारों में से एक अभिव्यक्ति की स्वंत्रता का अधिकार भी है…. आज यह अधिकार एक ऐसा ज्वलंत मुद्दा बन गया है कि सब इस ही आग में कूदते नज़र आ रहे … Read more

मेरे सपनों का भारत – स्वामी विवेकानंद

यदि पृथ्वी पर ऐसा कोई देश है, जिसे हम पुण्य भूमि कह सकते हैं; यदि कोई स्थान है, जहाँ पृथ्वी के सब जीवों को अपना कर्मफल भोगने के लिए आना पड़ता है; यदि ऐसा कोई स्थान है, जहाँ भगवान् की ओर उन्मुख होने के प्रयत्न में संलग्न रहने वाले जीवमात्र को अन्तत: आना होगा; यदि … Read more

आयुष चिकित्सा पद्धति से इलाज में सिद्धहस्त डॉ.अनीस

अजमेर जिले की पीसांगन पंचायत समिति के ग्राम सराधना के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त आयुष यूनानी चिकित्सक डॉ.अनीस अहमद पारम्परिक यूनानी चिकित्सा पद्घति से व्यक्तियों की विभिन्न बीमारियों की निशुल्क जांच कर उसका इलाज करने के लिये चर्चा में है। उनकी रोगियों के प्रति सेवा, समर्पण, लगन रोग की समझ और उसके निदान के … Read more

बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय

आज शिक्षक दिवस है।शिक्षक दिवस भारत के प्रथम उपराष्टपति 1952-1962 तथा द्वितीय राष्टपति 13मई,1962-13मई,1967 तक रहे डॉ०सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन के अवसर पर मनाया जाता है।डॉ०सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5सितम्बर,1888 को तिरूट्टनी,तमिलनाडु में हुआ था।आपकी पत्नी का नाम शिवकामु था।अपने पीछे 1पुत्र तथा 5पुत्रियां आप छोड़ कर गये थे।डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक प्रखर वक्ता … Read more

मधुरिमा…

जीवन मधुरिम मृत्यु मधुरिम मधुरिम संसार प्रेम मधुरिम ममता मधुरिम मधुरिम संसार तू मधुरिम मैं मधुरिम मधुरिम संसार अपनत्व मधुरिम घनत्व मधुरिम मधुरिम संसार संगठन मधुरिम एकता मधुरिम मधुरिम संसार विद्या मधुरिम ज्ञान मधुरिम मधुरिम संसार लय मधुरिम विलय मधुरिम मधुरिम संसार mohan thanvi (bahubhashi)

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