*’राजस्थानी कहावतां
थोथी हथाई, पाप री कमाई, उळझोड़ो सूत, माथे चढ़ायोड़ो पूत…. *फोड़ा घणा पाड़े ।* झूठी शान, अधुरो ज्ञान, घर मे कांश, मिरच्यां री धांस…. *फोड़ा घणा पाड़ेे ।* बिगड़ोडो ऊंट, भीज्योड़ो ठूंठ, हिडकियो कुत्तो, पग मे काठो जुत्तो…. *फोड़ा घणा पाड़े ।* दारू री लत, टपकती छत, उँधाले री रात, बिना रुत री बरसात…. *फोड़ा … Read more