न बिल्ली तकना छोडे, न भैँस चबाना छोडे
अपने एक केन्द्रीय मँत्री हैं ,डा महेश शरमा।अन्गे्जो औऱ मुगलो के पहनावे औऱ खाने पीने का ध्यान रखने का महकमा उन्हें ,सौपा गया है।खुराफात भी तो ईन्सानी फितरत मे शामिल है। अपने आडे तिरछे बयानों से सरकार औऱ पाटी को विवादों मे बनाए रखने वाले डा. साहेब ने कुछ दिन पहले एक गुगली औऱ डाल … Read more