रिष्तों के बिना मनुष्य जीवन का कोई मौल नहीं
रिष्तों के बिना मनुष्य जीवन का कोई मौल नहीं है। रिष्तें नहीं तो मानव और पषु में कोई भेद नहीं रहता। मनुष्य जन्म लेता है और रिष्तें की डोर में बंधता है, जो मृत्यु के बाद भी नहीं छुटता और पूर्वज के नाम से अगली पीढ़ी से जुड़ जाता हैे। शायद यही कारण है कि … Read more