दाहरसेन रंगभरों और एकल गान प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह

अजमेर 12 दिसम्बर। सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन विकास व समारेाह समिति द्वारा आयोजित रंगभरों और स्कूल स्तरीय एकल गान प्रतियोगिता में सर्वानन्द स्कूल के विजेता रहे छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। महाराजा दाहरसेन रंगभरों प्रतियेागिता में प्रथम पूजा खींची, द्वितीय सिमरन कुडि़या, तृतीय हर्षा डालानी और नगर स्तर पर कनिष्ठ वर्ग में प्रथम पूजा खींची को … Read more

सिन्धु सभ्यता व संस्कृति की प्रेरणा केन्द्र महाराजा दाहरसेन स्मारक

अजमेर 1 दिसम्बर। सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक सिन्धु सभ्यता व संस्कृति की प्रेरणा केन्द्र है और राष्ट्र रक्षा में बलिदान हुये महाराजा द्ाहरसेन व उसके परिवार की वीर गाथा का भव्य स्मारक तीर्थ केन्द्र है। ऐसे आर्शीवचन स्वामी बंसतराम सेवा ट्रस्ट, प्रेम प्रकाश आश्रम, अजमेर के सांई ओमप्रकाश शास्त्री ने राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद, … Read more

महाराजा दाहरसेन का जीवन देश प्रेम की मिसाल-कटारिया

अजमेर। पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि सिंधुपति महाराजा दाहरसेन का जीवन देश प्रेम एवं मातृभूमि के लिए मर मिटने वालों के लिए मिसाल है। दाहरसेन का बलिदान हमें अपनी नई पीढ़ी को सिखाना होगा ताकि देश के हर बच्चे में देश प्रेम का गुण विकसित हो सके। हमें अपने … Read more

स्वाभिमानी सिन्धु वीरांगनाओं का बलिदान

-डा. एन.के. उपध्याय- भारत की नारी षक्ति का इतिहास प्रारंभिक काल से ही गौरवमयी रहा है। आपद्काल में इस देष की वीरांगनाओं ने घोड़े पर सवार होकर विद्युत गति से षत्रु का सामना किया और अपनी पवित्रता एवं सतीत्व की रक्षार्थ हंसते-हंसते जौहर की ज्वाला में कूद गयी। सिन्ध को नारी षक्ति ने भी अपने … Read more

रायपुर के शदाणी दरबार के सांई युधिष्ठरलाल का होगा सम्मान

अजमेर – सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन के 1302वें बलिदान दिवस के अवसर पर 16 जून 2014 को सांय 5.30 बजे से पुष्कर रोड स्थित सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन स्मारक पर देश भक्ति  कार्यक्रम में द्वितीय राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन का सम्मान प्रदान किया जायेगा। सम्मान रायपुर (छतीसगढ) शदाणी दरबार के संत युधिष्ठरलाल को प्रदान किया जायेगा जिसमें … Read more

भारत का गौरव – सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन

महाराजा दाहरसेन के बलिदान दिवस पर विशेष -डा. एन. के. उपध्याय- अपनी सम्यता और संस्कृति पर गर्व करने के अनेक अवसर भारत का स्वर्णिम इतिहास हमें प्रदान करता है। अनेक ऋृशि, महर्शि महापुरूश एंव महामानव भारत के गौरव के रूप में वर्णित हैं। ऐसे सिद्ध महान व्यक्तियों को समय-समय पर स्मरण करते हुए हम भारतवासी … Read more

दाहरसेन स्मारक राष्ट्रभक्ति के लिए एक प्रेरणादायी केन्द्र है

अजमेर। महाराजा द्ाहरसेन का स्मारक न सिर्फ स्मारक है, बल्कि राष्ट्र में राष्ट्र भक्ति के लिए एक प्रेरणादायी केन्द्र है। राष्ट्र रक्षा में बलिदान हुये सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन के परिवार से युवा पीढी को प्रेरणा मिलती है। उक्त विचार महाराजा द्ाहरसेन जयन्ती के अवसर पर महाराजा द्ाहरसेन स्मारक पर आयोजित जयन्ती कार्यक्रम में बीकानेर से … Read more

दाहरसेन जयन्ती पर देश भक्ति पर आधारित कार्यक्रम

अजमेर – सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन जयन्ती के अवसर पर आगामी 25 अगस्त 13 को प्रातः 9.00 बजे से महाराजा द्ाहरसेन स्मारक पर देश भक्ति पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा । कार्यक्रम नगर सुधार न्यास,  नगर निगम के साथ पर्यटन विभाग के सहयोग से आयोजित किया जायेगा। स्मारक पर होने वाले मुख्य कार्यक्रम में हिंगलाज माता … Read more

महाराजा दाहरसेन देश भर में एक प्रेरणा का केन्द्र-अटलाणी

अजमेर – सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन समारोह समिति के तत्वावधान में स्वामी कॉम्पलेक्स में आयोजित विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता राजस्थान सिन्धी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष भगवान अटलाणी ने कहा कि किसी भी समाज की पहचान संस्कृति, ईष्टदेव के साथ वीर  महापुरूषों के संस्मरण से होती है सिन्धी समाज में ईष्टदेव झूलेलाल, शहीद हेमू कालाणी, महाराजा … Read more

युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने में स्मारकों का अहम भूमिका-टिबरेवाल

अजमेर। राजस्थान के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल एवं पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधिपति एन. एल. टिबरेवाल ने कहा है कि युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने में स्मारकों की अहम भूमिका है। वे रविवार को यहां हरिभाऊ उपाध्याय नगर विस्तार स्थित महाराजा दाहरसेन स्मारक पर सिंधुपति महाराज दाहरसेन के 1301वें बलिदान दिवस के मौके पर आयोजित समारोह को … Read more

सीमा की सुरक्षा के लिए शहीद हो गए सिंधुपति महाराजा दाहरसेन

-महाराजा दाहरसेन के बलिदान दिवस, 16 जून पर विशेष- विशाल भारत की विशाल सीमाओं पर समय-समय पर घुसपैठ व अतिक्रमण होते-होते अब खंडित भारत का नक्शा हमारे सामने है। कितना संकुचित छोटा भारत जा कर बचा है। भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा से प्राचीन समय से आक्रमण होते आए हैं। सिंध प्रांत पर खैबर से आक्रमण … Read more

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